डेंगू के खतरे: प्लेटलेट्स की कमी और इसे बढ़ाने के प्रभावी उपाय
इस वर्ष की अधिक वर्षा ने मच्छरों से होने वाले बुखारों, जैसे डेंगू, मलेरिया और चिकनगुनिया, के मामलों में बढ़ोतरी की है। इनमें से डेंगू बुखार एक गंभीर समस्या है, जिसमें प्लेटलेट्स का कम होना सबसे खतरनाक पहलू होता है। प्लेटलेट्स, जो रक्त में सबसे छोटी कोशिकाएं होती हैं, रक्तस्राव को रोकने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। आइए, समझते हैं कि प्लेटलेट्स क्यों महत्वपूर्ण हैं, डेंगू के लक्षण क्या हैं, और प्लेटलेट्स को कैसे बढ़ाया जा सकता है।
प्लेटलेट्स क्या हैं और इनका महत्व
प्लेटलेट्स, जिन्हें थ्रोम्बोसाइट्स भी कहा जाता है, रंगहीन रक्त कोशिकाएं हैं जो रक्तस्राव को रोकने में मदद करती हैं। एक स्वस्थ व्यक्ति के खून में 1,50,000 से 4,50,000 प्लेटलेट्स प्रति माइक्रोलीटर होते हैं। प्लेटलेट्स की कमी की स्थिति को थ्रोम्बोसाइटोपेनिया कहा जाता है, जो जीवन के लिए खतरनाक हो सकता है।
डेंगू बुखार और इसके लक्षण
डेंगू बुखार एडिज मच्छर के काटने से होता है, और इसके लक्षण आमतौर पर मच्छर के काटने के कुछ दिनों बाद दिखाई देते हैं। डेंगू के कुछ सामान्य लक्षण हैं:
- तेज बुखार
- भयंकर सिरदर्द
- मांसपेशियों और जोड़ों में दर्द
- थकान और कमजोरी
- आंखों में दर्द
- शरीर पर दाने
गंभीर लक्षण:
- नाक और मसूढ़ों से खून बहना
- पेट में तेज दर्द
- खून की उल्टी
- काले रंग का मल या पेशाब में खून
- स्किन पर छोटे लाल-भूरे रंग के धब्बे
प्लेटलेट्स की कमी के कारण
डेंगू के गंभीर होने पर, तीसरे-चौथे दिन प्लेटलेट्स काउंट पर असर पड़ना शुरू होता है। यह स्थिति तब भी गंभीर हो सकती है जब प्लेटलेट्स का स्तर 20,000 तक पहुंच जाता है। ऐसे में मरीज को अस्पताल में भर्ती कराना आवश्यक होता है ताकि प्लेटलेट्स की संख्या को मॉनिटर किया जा सके।
प्लेटलेट्स बढ़ाने के उपाय
- पोषणयुक्त आहार: मरीज को प्लेटलेट्स बढ़ाने वाले खाद्य पदार्थ जैसे कि:
- पपीता: प्लेटलेट्स बढ़ाने के लिए बेहद प्रभावी।
- अनार: आयरन और विटामिन से भरपूर।
- कीवी और चुकंदर: रक्त में प्लेटलेट्स को बढ़ाने में सहायक।
- पालक और गिलोय: विटामिन और फाइबर से भरपूर।
- नारियल पानी: हाइड्रेशन के लिए अच्छा विकल्प।
- विटामिन और मिनरल्स: विटामिन बी12, विटामिन सी, फोलोट, और आयरन से भरपूर खाद्य पदार्थों का सेवन करें।
- केला, ब्रोकोली, और स्प्राउट्स: विटामिन के से भरपूर।
- हाइड्रेशन: मरीज को अधिक से अधिक तरल पदार्थ जैसे नींबू पानी, नारियल पानी, और छाछ दें।
- रेगुलर चेक-अप: प्लेटलेट्स की संख्या को नियमित रूप से मॉनिटर करें, क्योंकि इसकी कमी से जान को खतरा हो सकता है।
निष्कर्ष
डेंगू के दौरान प्लेटलेट्स की कमी एक गंभीर समस्या है, जिसे समय रहते समझना और निपटना जरूरी है। सही आहार और नियमित मेडिकल चेक-अप से प्लेटलेट्स को बढ़ाया जा सकता है, जिससे मरीज की जान को बचाया जा सकता है। इसलिए, यदि आप या आपका कोई जानकार डेंगू से पीड़ित है, तो ऊपर दिए गए सुझावों का पालन करें और किसी भी लक्षण की अनदेखी न करें।